कुम्भ 2019 की नयनाभिराम आभा देखकर महामहिम राष्ट्रपति हुये अभिभूत
उपासना डेस्क, प्रयागराज। महामहिम राष्ट्रपति, भारत गणराज्य श्री रामनाथ कोविन्द जी आज प्रयागराज भ्रमण के लिये पधारें। भ्रमण के दौरान महामहिम आज संगम क्षेत्र का क्रूज से भ्रमण किया तथा कुम्भ 2019 के लिए की गयी भव्य तैयारियों को नजदीकी से अवलोकन किया। उन्होंने संगम पर आने वाले श्रद्धालुओँ के साथ पूरे कुम्भ आयोजन के सफल होने की कामना के साथ गंगा पूजन भी किया। गंगा नदी में लोग गहरे पानी में स्नान करने न जा पाये उसके लिए की गयी अत्याधुनिक बैरिकेटिंग की व्यवस्था को देखते हुए प्रशंसा की। महामहिम राष्ट्रपति जी के साथ मा. राज्यपाल, उत्तर प्रदेश श्री रामनाईक, उत्तर प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नगर विकास मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, नागरिक उड्डयन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी तथा महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने भी कुम्भ की भव्य एवं दिव्य तैयारियों को देखा तथा उसकी सराहना भी की। उन्होंने त्रिवेणी तट पर मा. मुख्यमंत्री, अन्य मंत्रीगण तथा कुम्भ टीम के साथ सेल्फी प्वाइंट पर फोटोग्राफी भी कराई।
महामहिम प्रयागराज एयरपोर्ट से डीपीएस हैलीपेड पहुँचे, जहां से सर्वप्रथम क्रूज से पूरे संगम क्षेत्र का दिव्य एवं भव्य दृश्य का भी अवलोकन किया। महामहिम राष्ट्रपति को, की गयी तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल तथा मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द द्वारा दी गयी। महामहिम राष्ट्रपति ने कुम्भ की तैयारियों को देखने के बाद संगम नोज पर पहुंचकर अपने परिजनों के साथ विधिवत गंगा पूजन एवं गंगा आरती किया। मा. राज्यपाल उत्तर प्रदेश, मा. मुख्यमंत्री जी तथा अन्य मंत्रीगणों के द्वारा भी गंगा पूजन एवं आरती की गयी। इसके बाद महामहिम राष्ट्रपति जी संगम नोज पर रखी महर्षि भारद्वाज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तथा उनको नमन किया गया । उल्लेखनीय है कि बालसन चौराहे पर महर्षि भारद्वाज की विशाल प्रतिमा स्थापित की गयी है, जिसे वहां से आने जाने वाले लोग उनके दर्शन कर सकेंगे। 30 फुट ऊंची यह प्रतिमा इतनी विशाल है कि पूरे चौराहे पर आने-जाने वाले लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। महामहिम राष्ट्रपति जी ने संगम नोज पर ही स्थापित दिव्य कुम्भ, भव्य कुम्भ के सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी खिंचवाई। इसके पूर्व देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी वर्ष 1953 में कुम्भ मेला आये थे। वर्तमान महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द जी दूसरे राष्ट्रपति हैं जो कुम्भ मेला में आकर संगम का दर्शन किये। उसके बाद महामहिम राष्ट्रपति अरैल स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे जहां उन्होंने विश्व शान्ति यज्ञ में प्रथम आहूति भी अर्पित की।