मंदिरों में भी दिखने लगा है “कोरोना वायरस” का असर, शुरू किये अलग अलग उपाय
उपासना डेस्क, नॉएडा: दुनिया भर में कहर बरपा रहा है “कोरोना वायरस” का असर भारत में भी फैलने लगा है। भारत के विभिन्न मंदिरों पर भी इसका असर दिखने लगा है। मंदिरों ने इससे निपटने के लिए अलग अलग उपाय शुरू किये है।
प्रहलाद घाट स्थित प्रह्लादेश्वर महादेव मंदिर काशी में भोले बाबा को भी लगाया मास्क
वाराणसी में भगवान पर भी कोरोना वायरस के असर का डर है, इसीलिए लोगों ने भगवान की प्रतिमाओं को भी मास्क पहना दिए हैं। वाराणसी के प्रहलाद घाट पर बने प्रह्लादेश्वर मंदिर में शिवलिंग को मास्क से ढक दिया हैं, और मंदिर के बाहर भी पोस्टर लगाकर लोगों को सचेत किया गया है। इसमें लिखा है कि मंदिर में आने वाले भक्तों से अपील है कि वह मूर्तियों को न छुएं और फिलहाल दूर से ही पूजा करें।
विदेशी नागरिकों-NRI को तिरुपति मंदिर नहीं आने की सलाह
आंध्र प्रदेश के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन देखने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने विदेशी नागरिकों और प्रवासी भारतीयों से कहा है कि वे 28 दिनों तक मंदिर में नहीं आएं।
इस्कॉन मंदिर वृंदावन ने विदेशी पर्यटकों के लिए किया 2 महीने तक प्रवेश बंद
इस्कॉन मंदिर ने एहतियात के तौर पर विदेशी श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वे दो महीने तक वृंदावन न आएं। फिलहाल यह अडवाइजरी सिर्फ वृंदावन के इस्कॉन मंदिर के लिए जारी की गई है जहां हर साल बड़ी संख्या में विदेशी आते हैं। हर साल विधवा आश्रम में होली मिलन आयोजित करने वाले सुलभ इंटरनैशनल ने भी कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
सिद्ध पीठ बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध मंदिर में प्रमाणपत्र दिखाने के बाद विदेशी कर सकेंगे मंदिर में प्रवेश
उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध मंदिर में एक माह तक चलने वाले चैत्र मेले 14 मार्च से शुरू हो रहे हैं। मेले के दौरान विदेशी श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रखी जाएगी। उनकी पूरी जानकारी नाम, मोबाइल नंबर तथा कहां से आ रहे हैं, हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कोरोना वायरस को लेकर हुई जांच से संबंधित स्वयं घोषित सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद ही मंदिर में भेजा जाएगा।