चैत्र नवरात्रि की सप्तमी माँ भद्रकाली को समर्पित कर पारम्परिक आराधना में रमे असुवामऊ वासी

उपासना डेस्क, 3 अप्रैल।चैत्र नवरात्रि सप्तमी के पावन मौके पर सीतापुर जिले का कायस्थ बहुल गांव असुवामऊ माँ भद्रकाली की आस्था के सागर में डूबा रहा।नक्षत्रों के शुभ योग से बने शुभ मुहूर्त पर कुलदेवी माँ भद्रकाली की पारम्परिक रूप से आराधना कर श्रद्धालू पूरी रात पूजा अर्चना में रमे रहे।
वैसे तो नवरात्रि का माँ कालरात्रि को समर्पित यह शुभ दिन सप्तमी पूरे देश में सच्ची श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाता है।वही सीतापुर के सिधौली क्षेत्र स्थित कायस्थ बहुल गांव असुवामऊ में महामयी के रौद्र रूप को प्रसन्न करने के लिए कुलदेवी के रूप में माँ भद्रकाली की पूजा पूरे विधिविधान से की जाती है।शुभ नक्षत्रों के योग पर होने वाली इस पूजा का आरम्भ यज्ञ और कथा से किया जाता है और समापन आरती, जयकारों के साथ।इस दौरान कायस्थ कुल कुनबे में नवागन्तुकों को माता के समक्ष शामिल करने की भी परम्परा है।कुल की नव विवाहित बहुएं, नवजात शिशु को माता रानी के समक्ष आराधना के बाद सम्मिलित कर नत मस्तक करवाया जाता है।इस दौरान परिवार के सभी लोगो की उपस्थिति अनिवार्य है।यहाँ के कायस्थ भद्रकाली की पूजा एक महापर्व के रूप में मनाते हैं।देश विदेश में रहने वाले भद्रकाली भक्त असुवामऊ में जुटने का हर सम्भव प्रयास करते हैं।पूजा अर्चना के लिए सप्तमी से एक दिन पूर्व ही श्रद्धालुओं में हलचल दिखाई देने लगती है।चैत्र छठ की रात्रि से ही भक्त अन्न त्याग देते है जो पूरा दिन उपवास रखने के बाद सप्तमी के शुभमुहूर्त में भद्रकाली पूजा के बाद प्रसाद से खोलते हैं।
आज सप्तमी के पावन मौके पर सुबह से ही चक्रतीर्थ नैमिषारण्य के पास ब्लॉक गोंदलामऊ के गांव असुवामऊ में देवी भक्तों का आस्था से भरा कार्यक्रम शुरू हो गया था।उपवास रखे कलमकारों ने पूरी श्रद्धा और उल्लास से रात्रि तैयारियां जारी रखीं।मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस गांव से पलायन कर चुके श्रद्धालुओं की आमद गत रात्रि से ही शुरू हो गयी थी जो आज शाम तक बदस्तूर जारी रही।रात्रि कुलपूजा की सारी तैयारियों की विस्तृत रुपरेखा बना ली गयी है जिसे पंडितो द्वारा निश्चित मुहूर्त में क्रमवार तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है।आज रात शुभ मुहूर्त में भद्रकाली देवी से पूजा में शामिल श्रद्धालू देवी जी को प्रसन्नं कर पूरे कुनबे के स्वाथ्य लाभ, सफल, सुखद, उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु की कामना करेंगे।उससे पूर्व इस कृषि प्रधान गांव के बाहर खेतों किनारे बने प्रसिद्घ देवी मंदिर पर शायं दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धालु महामयी के चरणों में माथा टेकेंगे।

Comments

comments

error: Content is protected !!
Open chat
Hi, Welcome to Upasana TV
Hi, May I help You