माघ मेला 2018 एवं कुम्भ मेला 2019 की तैयारियों पर हुआ मंथन, जिला प्रशासन की अखाड़ा परिषद के साथ हुयी बैठक

उपासना डेस्क, इलाहाबाद: माघ एवं कुम्भ मेला की तैयारियों को लेकर मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल ने आईजी श्री रमित शर्मा, जिलाधिकारी श्री सुहास एल.वाई., मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनंद, एसएसपी श्री आकाश कुलहरि एवं अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में बैठक किये। मण्डलायुक्त ने बैठक मे आये अखाडो के महंतो एवं पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए उनको माला पहनाकर एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी के द्वारा जिला प्रशासन के अधिकारियों को आगामी माघ एवं कुम्भ मेला में हर सम्भव सहयोग देने को कहा है। उन्होंने बैठक मे मेला में हो रही समस्याओं पर वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान भी आकर्षित किया, जिस पर मण्डलायुक्त ने उनकी हर समस्याओं को गम्भीरता से लिया और पहले से की जा चुकी तैयारियोँ एवं की जा रही तैयारियो के बारे में विस्तारपूर्वक अखाड़ों के महंतों के समक्ष रखा।

मण्डलायुक्त ने कहा कि कुम्भ का आयोजन कराये जाने में सहयोग करने वाले अधिकारीगण बहुत ही भाग्यशाली है क्योंकि बहुत ही कम लोगों को ऐसे आयोजन को कराये जाने का सौभाग्य मिलता है। उन्होंने कहा कि बारह माधव मंदिरों को सम्पर्क मार्गो से जोड़ने के साथ बिजली, मूलभूत सुविधाओं से युक्त किये जाने की तैयारी की गयी है। जिसमें लोक निर्माण विभाग तथा बिजली विभाग के द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंनें संगम क्षेत्र में शौचालय की व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि 5000 सार्वजनिक शौचालय बनाये जा रहे है। जो गत वर्ष से 05 गुने से अधिक है। जिसमें से लगभग 3000 शौचालय प्रयोग के लिए तैयार हो गये है। उन्होंने बताया कि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की पार्किंग व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्किंग के लिए फाफामऊ की तरफ, कौशाम्बी की तरफ, झूंसी की तरफ तथा बनारस रोड़ पर बड़ी पार्किंग स्थलों का निर्माण किया जा रहा है जिसमे मेला में आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को उन स्थलों पर पार्क करेंगे तथा उसी पार्किंग स्थल से निःशुल्क शटल बसे चलायी जायेगी जिससे उन्हें कम से कम पैदल चलना पड़े।

मण्डलायुक्त ने समाधि स्थल के बारे में भी कहा कि इसके लिए उपयुक्त स्थल की देखा जा रहा है तथा स्थल मिलते ही उस स्थल पर मूलभूत सुविधाओं भी सुनिश्चित कर दी जायेगी। उन्होंने अखाड़ों के सामने हो रहे अतिक्रमणों को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही शीघ्र कर दी जाय। उन्होंने बताया कि संगम की तरफ आने वाले सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है तथा 22 से 25 चौराहों को एक्सपर्ट एजेंसी के माध्यम से चौड़ा कर ट्राफिक समस्या को दूर किया जायेगा। उन्होंने संगम से स्टेशन की ओर जाने वाली भीड़ पर बोलते हुए कहा कि इसके लिए संगम क्षेत्र से स्टेशन के बीच होर्डिंग ऐरिया बनाया जायेगा, जहां श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरा या विश्राम स्थल पर ठहरने की व्यवस्था की जायेगी, जिससे स्टेशनों पर भीड़ का दबाब को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बिजली के तारो पर बोलते हुए कहा कि तारो के लिए अच्छी क्वालिटी के केबिलों का उपयोग किया जायेगा।

मण्डलायुक्त ने कहा कि कुम्भ मेला की पवित्रता मे किसी प्रकार का समझोता नही किया जायेगा। इसके साथ उन्होंने पेशवाई मार्गो पर बने आवासों पर को भी चिन्हित कर उनकी जर्जर छज्जों की भी पड़ताल किये जाने के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त ने अखाड़ो के महंतो से निवेदन किया कि अखाड़ो के द्वारा लगाये टीन के वार्ड को सांस्कृतिक चित्रकारी से चित्रित किया जाय, जिससे कुम्भ मेला के स्वरूप को भव्य एवं दिव्य बनाया जाय। उन्होंने इसके साथ एक नयी पहल अखाड़ों में मेला के दौरान किये जाने का अनुरोध किया जिसमे उन्होंने अखाड़ों के महंतो से कहा कि अपने अखाड़ो में स्वास्थ्य विभाग की टीम के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाये और लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जाय।

इसके पूर्व अखाड़ा के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने बैठक में अखाड़ों से जुड़ी समस्याओं को प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष रखा। जिसमें प्रमुख रूप से माघ मेला में सफाई व्यवस्था करने और सार्वजनिक शौचालय बनाये जाने पर जोर दिया। उन्होंने मेला क्षेत्र में पानी की पर्याप्त मात्रा रखे जाने को भी कहा। उन्होंने माघ मेला में पार्किग व्यवस्था पर भी जिला प्रशासन का ध्यान केन्द्रित किया और कहा कि लोगों को कम से कम दूरी पैदल तय करनी हो इस पर जिला प्रशासन कार्य करे। उन्होंने इस बात भी जोर दिया कि मेला कार्यो से सम्बन्धित अधिकारी अखाडों के महंतो एवं पदाधिकारियों से जरूर मिल ले, जिससे उनसे सम्बन्धित समस्याओं का समाधान अतिशीघ्र हो सके। उन्होंने जमीन आवंटन के सम्बन्ध में कहा कि पहले अखाड़ों को भूमि आवंटन किया जाय फिर किसी अन्य को भूमि दी जाय। उन्होंने कहा कि संतों एवं कर्मचारियों के अनुभवों को भी प्राथमिकता दे जिससे जिला प्रशासन के अधिकारियों को मेला सम्पन्न कराने में सुगमता रहेगी। उन्होंने अतिक्रमणों के द्वारा हो रही समस्याओं को बैठक में रखा तथा इसे शीघ्र अतिक्रमण मुक्त किये जाने को भी कहा गया। उन्होंने खुले मे शौच मुक्त किये जाने में किसी प्रकार की कसर जिला प्रशासन द्वारा न छोड़े जाने का अनुरोध किया तथा यह भी सुझाव दिया कि कल्पावासी के तथा साधु संतो के ठहरने वाले स्थलों पर अधिक से अधिक सार्वजनिक शौचालय बनाये जाय। उन्होंने नवनियुक्त मेलाधिकारी का स्वागत करते हुए उन्हें आर्शीर्वाद दिया तथा मेला सम्पन्न कराये जाने की शुभकामनायें भी दी।

जिलाधिकारी श्री सुहास एल.वाई. ने संस्कृत के मंत्रों के द्वारा अखाड़ा परिषद के संतो का स्वागत किया तथा बैठक के उपरान्त भी संस्कृत के मंत्रों के साथ उनका धन्यवाद ज्ञापित भी किया।

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