पंचमुखी महादेव-प्रयाग, स्पर्श मात्र से पूरी होती है मनोकामना
समस्त देवताओं की यज्ञ भूमि प्रयाग चमत्कारिक आध्यात्मिक शिव मंदिरों के लिए हजारों वर्षों से विश्वभर में जाना जाता है कहा जाता है कि प्रयाग में भोले बाबा के अनेक धाम है और लगभग सभी को शिव भक्तों ने अपनी पूजा अर्चना से सिद्ध पीठ बना दिया है प्रयाग में बालाघाट की ओर जाने वाले मार्ग के मध्य में लगभग 300 बरस पुराना पंचमुखी महादेव का सिद्ध धाम है।
कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण उन दो भाइयों ने करवाया था जिनके परिवार में अकूत धन संपति थी लेकिन कोई संतान नहीं इन दोनों भाइयों ने एक सन्यासी से अपना दुख कहा तो सन्यासी ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया और कहा कि जब उनके परिवार में संतान हो जाए तो वह दोनों भाई आकर उनसे मिले और उसके बाद उन्हें जो आदेश दिया जाए वह दोनों भाई उसका पालन करें समय बीता और संतान हुई उसके बाद उस सन्यासी ने उन दोनों भाइयों से शिव मंदिर के निर्माण का आग्रह किया जिसे दोनों भाइयों ने स्वीकार किया।
बताया जाता है कि उस समय संयासी ने भगवान शिव की 7 पिंडियां मंगवाई पर विधि विधान के साथ समाज को साथ लेकर उनकी प्राण प्रतिष्ठा की सबसे यह पंचमुखी महादेव कटघर में बने भव्य मंदिर में निवास कर रहे हैं पंचमुखी महादेव जब इस मंदिर पर आए थे अब इनकी पिंडी जामुन के बराबर थी लेकिन भोले बाबा का यह चमत्कार ही कहा जाएगा कि आज मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित भोले बाबा की ये पिंडियां अपने आकार का विस्तार कर काफी बड़ी हो गई है हजारों भक्त प्रतिदिन पंचमुखी महादेव के दर्शन के लिए आते हैं।
ऐसी मान्यता है कि पंचमुखी महादेव के आशीर्वाद से सभी की मन चाही मुराद पूरी होती है कभी आपका प्रयाग आना हो तो आप पंचमुखी महादेव के चरण स्पर्श के लिए अवश्य पहुंचे पंचमुखी महादेव जागृत देवता है उनके स्पर्श मात्र से जीवन धन्य हो जाता है वर्ष भर में लाखो लोग उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं प्रयाग की महिमा का बखान पंचमुखी महादेव के बखान के बिना संभव नही ।