हरितालिका तीज, महिलाओं के लिए परम सौभाग्य प्राप्ति का श्रेष्ठ अवसर – पं सोमेश्वर जोशी
महिलाओं के लिए परम सौभाग्य प्राप्ति का श्रेष्ठ अवसर है हरितालिका तीज। 24 सितम्बर गुरुवार को हरितालिका तीज त्यौहार मनाया जाएगा। तीज तिथि गुरुवार रात्रि 8:26 मिनिट तक रहेगी
क्या होगा लाभ
हरितालिका तीज का व्रत करने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है और कुंवारी लड़कियों को मनभावन पति मिलता है। देवी पार्वती ने स्वयं इस व्रत को करके भगवान शिव को प्राप्त किया था। ऐसी महिमा वाले इस परम पवित्र तीज को हर वैवाहित तथा अविवाहित स्त्री को करना चाहिए। इस पर्व को पर्यावरण से जोड़कर भी देखा जाता है क्योंकि इस दिन महिलाएं सावन के बाद आई नई पत्तिया को शिव जी को चढ़ाकर अपने घर में हर प्रकार की वृद्धि का वर मांगती हैं।
शारत्रीय विधान
कौन सी पत्तिया चढ़ये और कोनसी न चढ़ाये इस भ्रम को तोड़ने के लिए शास्त्रो में जिन पत्तियों का उपदेश वे हे बिल्व पत्र, तुलसी, जाती पत्र, सेवन्तिका, बॉस, देवदारू पत्र, चम्प्पा, कनेर, अगस्त्य, ब्रिगराज, धतूरा इस प्रकार १६ प्रकार की पतियों से षोडश उपचार पूजा करनी चाहिए
क्या करे विशेष
- निराहार रहकर व्रत करे
- रात्रि जागरण कर भजन करे
- बालू के शिव लिंग की पूजा करे
- सखियो सहित शंकर पारवती की पूजा रात्रि में करे
- पत्ते उलटे चढ़ाना चाहिए तथा फूल व् फल सीधे चढ़ाना चाहिए
- हड़तालिका तीज की कथा गाना अथवा श्रवण करे