नवरात्र में सिद्ध करें सुख-समृद्धि के मन्त्र – शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
प्रकृति ने मनुष्य की समस्याओ के निवारण के लिए कई शुभ मुहूर्तो की रचना की है जिनमे से मुख्य “नवरात्र” है। 9 दिवसीय पर्व पर मन्त्र शक्ति से नाना प्रकार के समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।
- कर्ज मुक्ति धन-जन हानि के भय के निवारण हेतु नित्य जाप करे । सवा लाख जप शुभ रहेगे।
” ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे “
- प्राण भय होने पर नित्य मन्त्र का जाप करे।
“दुर्गे रक्षिणि रक्षिणि स्वाहा”
- व्यवसाय व्यापार ठप हो जाने पर स्फटिक की माला से नित्य जाप करे।
“ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सौं जगतप्रसूत्यै नमः”
- धन प्राप्ति में बाधा आने पर रोजी रोजगार में तरक्की न होने पर व्यय की वृद्घि होने पर का नित्य जाप करे।
“ॐ श्रीं नमः”
- समस्त बाधाओ से मुक्ति पाने के लिए नित्य जाप करे।
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”
- स्मरण शक्ति कम होने पर का नित्य जाप करे।
“ॐ ऐं नमः”
- शत्रु वृद्घि होने पर या अधिक मुकदमे बाजी में फंस जाने पर का नित्य जाप करे।
“ॐ क्लीं नमः”
जाप करने के लिए पूर्वाभिमुख हो, लाल आसन, स्फटिक की माला या रुद्राक्ष की माला, देवीमाँ की चित्र या मूर्ति, पँचोपचार षोडशोपचार कर आरती करे।