झुक रहा है ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ मंदिर का स्वर्ण शिखर, सीलन है वजह
भक्ति टाइम्स: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित भगवान शिव का विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ मंदिर का स्वर्ण शिखर झुक रहा है। यह जानकारी मंदिर के मौजूदा स्वरुप को जांचने गई मंदिर वास्तु सलाहकार राजपाल कौशिक की जांच में सामने आई है।
Video: ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करें
श्री कौशिक के अनुसार विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह की सतह कुछ नीचे हो गई है और दोनों स्वर्ण शिखर थोड़े झुक गए हैं। माना जा रहा है कि विश्वनाथ मंदिर की भवनों पर लगे सिंथेटिक एनामेल पेंट की वजह से मंदिर की पत्थरों को नुकसान पहुंचा है।
क्यों झुक रहा है विश्वनाथ मंदिर का शिखर
विश्वनाथ मंदिर परिसर में लगातार सीलन बढ़ रहा है, इससे इसकी नींव कमजोर पड़ रही है। लेकिन मंदिर के स्वर्ण शिखर के झुके होने की अभी वैज्ञानिक जांच होनी है। इस बात की पुष्टि के लिए विश्वनाथ मंदिर की पुरानी तस्वीरों की जांच की जाएगी।
इसके लिए अंग्रेज चित्रकार जेम्स प्रिंसेप के स्केच (ड्राइंग) को भी देखा जाएगा। सूक्ष्म जांच के बाद इसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजी जाएगी।
मंदिर के शिखर पर है 22 टन सोना
विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण सन 1777 में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। सन 1853 में पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर के दोनों शिखरों को 22 टन सोने से स्वर्णमंडित करवाया था।
उल्लेखनीय है विश्वनाथ मंदिर 30 वर्ग फीट में बनी है। इसके शिखर की ऊंचाई 51 फीट है। इसके पांच पंडप भी महारानी अहिल्याबाई ने ही बनवाए थे।
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