कुम्भ 2019: भव्य व्यवस्था देखकर प्रवासी भारतीयों ने की भारत सरकार की प्रशंसा
उपासना डेस्क प्रयागराज : प्रवासी भारतीयों ने कुम्भ दर्शन से अभिभूत होकर कहा कि दिव्य व भव्य कुम्भ देखकर स्वर्ग जैसी अनुभूति हो रही है। प्रवासी भारतीयों के स्वागत एवं सत्कार में प्रयागराज कुम्भ नें पलकें बिछा दी। प्रवासी भारतीयों ने अपने स्वागत सत्कार एवं कुम्भ की अलौकिक, भव्य, दिव्य, अभूतपूर्व खूबसूरत छठा के एक-एक पल को अपनी यादों में सजोया और कहा कि ऐसी अद्भुत कुम्भ का नजारा पहली बार उन्हे देखने को मिला। प्रवासी भारतीयों ने इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्य मंत्री उ0प्र0 श्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की। वे लोंग अपने को कुम्भ में पाकर अलौकिक आनन्द की अनुभूति कर रहें थे। प्रवासी भारतीयो ने दिव्य भव्य एवं सुरक्षित कुम्भ की व्यवस्था को अद्भुत बताते हुये कहा कि सरकार के साथ-साथ प्रयागराज का कुम्भ मेला प्रशासन जिला प्रशासन एवं इससे जुड़े विभिन्न विभागों द्वारा की गई व्यवस्था को दिल से सराहा।
अपने आतिथ्य सत्कार से अभिभूत प्रवासी भारतीयों ने कुम्भ की नगरी में खुशनुमा माहौल पर अपनी खुशी का इजहार बार-बार कर रहें थे और अपने को यहॉं आकर धन्य महसूस कर रहे थे। कई देशां के प्रवासी भारतीयों से बातचीत करने पर वे लोग बहुत खुश नजर आ रहें थे और बार-बार कुम्भ मेंले की प्रशन्सा में कसीदे गढ़ रहे थे।
24 जनवरी की सुबह से ही बसों में सवार होकर प्रवासी भारतीय वाराणसी से प्रयागराज आयें जहॉं पर विदेश राज्य मंत्री जनरल (से0नि0) श्री वी0 के0 सिंह, उ0प्र0 के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्वार्थ नाथ सिंह, महिला कल्याण व पर्यटन मंत्री डाँ0 रीता बहुगुणा जोषी, कमिश्नर डाँ आशीष कुमार गोयल एवं अन्य अधिकारियों द्वारा गुलाब की कली देकर और अंगवस्त्रम ओढाकर अतिथि प्रवासी भारतीयों का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वागत एवं सत्कार किया गया। उनके आने पर भारत वर्ष के समस्त प्रदेशों के पारम्परिक वेश-भूषा से सुसज्जित कलाकारों ने गीत-संगीत सहित विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देते हुये प्रवासी भारतीयों का स्वागत किया। समस्त प्रवासी भारतीयों को प्रशासन की ओर से कुम्भ की स्मृति चिन्ह भी भेंट किये गये। सभी प्रवासी भारतीयों के ठहरने के लिये सरकार द्वारा टेन्ट सिटी में व्यवस्था किया गया था।
अपने कुम्भ दर्शन के दौरान प्रवासी भारतीयों ने टेंट सिटी से निकलकर ऐतिहासिक, अध्यात्मिक और पौराणिक महत्व के अक्षयवट के दर्शन किये, जहां उन्हें असीम शांति मिली। उसके बाद प्रवासी भारतीयों ने सरस्वती कूप के दर्शन तथा लेटे हनुमान जी के दर्शन किये। संगम नोज पर आकर प्रवासी भारतीयों ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। इस अवसर पर कुम्भ की भव्यता, स्वच्छता तथा स्नान स्थल पर लाखों लोगों की एक साथ स्नान करने की प्रशासन द्वारा की गयी व्यवस्था की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर दिव्य कुम्भ में आगमन को जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है इससे हम लोगों को एक बहुत ही सुखद, रोमांचक और भावनात्मक अनुभव हो रहा है, यह क्षण कभी भूलने वाला नहीं है।