प्रयागराज कुम्भ मेले में पौष पूर्णिमा का स्नान, आज से शुरू होगा कल्पवास
पौष पूर्णिमा के मौके पर आज तीर्थ राज प्रयाग में गंगा यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी पर स्नान व दान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आए हुए हैं पौष पूर्णिमा के दिन से ही सूर्या के उत्तरायण होने और मकर राशि में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाती है प्रयाग पृथ्वी का मध्य भाग है और उत्तरायण सूर्ये की सीधी किरने जब संगम के जल में पड़ती हैं तो यह जल आध्यात्मिक महत्व के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी काफ़ी उपयोगी हो जाता है पौष पूर्णिमा पर संगम स्नान के बाद दान पुण्य का काफ़ी महत्व होता है……
जो त्रिवेणी के तट पर आस्था का यह मेला महाशिवरात्रि तक चलेगा प्रयाग का कुम्भ मेले दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होता है यहाँ देश दुनिया भर से लाखो लोग लगातार एक महीने तक यहाँ रहकर कल्पवास करते हैं और अपना पूरा वक्त इश्वर की आराधना, ध्यान और भजन में बिताते हैं.इस मेले में सभी शंकराचार्य समेत तमाम साधू-संत और धार्मिकजन का जमावड़ा होता है मेले के लिए गंगा की रेती पर तम्बुओं का एक अलग शहर ही बसाया जाता है.हलाकि और जिला प्रशासन ने यहाँ आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा कड़ा बंदोबस्त किया है श्रद्धालुओं का मन्ना है की आज के दिन प्रयाग में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है साथ ही संतो का मानना है आज से शुरू होने माघ मास के महीने में गंगा स्नान कर दान पुण्य करना खासा लाभ दायक होता है