महाकाल के विवाह, पहना सवा क्विंटल फूलों का सेहरा
उज्जैन. राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में शिव विवाह की धूम छाई रही। पिछले नौ दिनों से बाबा के दूल्हा स्वरूप के दर्शन कर भक्त निहाल हुए। वहीं शिवरात्रि के दूसरे दिन सवा क्विंटल फूलों के पुष्प मुकुट सजाकर राजा को दूल्हा बनाया गया। इसके बाद वर्ष में एक बार दोपहर में होने वाली भस्म आरती की शुरुआत की गई।
पुजारी-पुरोहितों ने मंदिर के गर्भगृह में महाकाल का सेहरा उतारा और उसका प्रसाद भक्तों में वितरित किया। इसके बाद हजारों लोगों ने बाबा की भस्म आरती के दर्शनों का लाभ लिया।बाबा महाकाल और मां पार्वती विवाह के बाद बाबा भक्तों को साल में एक बार सेहरा दर्शन का लाभ मिला। सोमवार रात 11 बजे से राजाधिराज का भस्म घुलन, रुद्राक्ष माला, भू-शुद्धि, अंतमात्रिका, महान्यास, लघुन्यास, रुद्र पूजन जारी रहा।
मंगलवार तड़के शिव सहस्त्र नामावली से बाबा महाकाल को सवा लाख बिल्वपत्र अर्पित किए। इसके बाद सप्तधान्य का मुघौटा धारण कर बाबा को सेहरा बांधा गया।