Magh Mela 2023 – गंगा का पानी अचानक हुआ लाल, कानपुर और उन्नाव की टेनरियों पर शक
उपासना डेस्क, नॉएडा- गंगा का पानी अचानक लाल हो गया है। अधूरी तैयारियों के बीच छह जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला से पहले यह एक बड़ी समस्या है। दो दिन से घाटों पर गंगाजल के लाल दिखाई पड़ने से खलबली मच गई है। अधूरी तैयारियों के बीच छह जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला से पहले यह बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। दो दिन से घाटों पर गंगाजल के लाल दिखाई पड़ने से खलबली मच गई है। इसकी जानकारी होने पर रसूलाबाद घाट से संगम तक गंगा की निगरानी बढ़ाई गई है।
माघ मेला की तैयारियों में जुटे विभागीय अधिकारी और इंजीनियरों ने दो दिन पहले संगम क्षेत्र में गंगाजल लाल देखा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी गंगाजल को लाल देखा तो रसूलाबाद घाट से संगम तक निगरानी बढ़ाई। गंगा से जल के नमूने लेकर जांच शुरू कर दी है। संगम क्षेत्र में सुबह से शाम तक रहने वालों का दावा है कि गंगा में कानपुर और उन्नाव से टेनरियों का पानी छोड़ा गया है। माघ मेला से पहले टेनरियों का पानी निस्तारित करने के आरोप लग रहे हैं। इससे रसूलाबाद से संगम तक गंगा का जल काला हो गया था। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जांच में शास्त्रत्त्ी ब्रिज के नीचे गंगा का बीओडी (बायोलजिकल ऑक्सीजन डिमांड) तीन मिलीग्राम प्रति लीटर मिल रहा था। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने गंगाजल काला होने और बीओडी बढ़ने का खुलासा किया तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निगरानी बढ़ाई।
माघ मेला के लिए गंगा में बढ़ा पानी का डिस्चार्ज
माघ मेला के प्रथम स्नान पर्व से पहले गंगा में डिस्चार्ज बढ़ाया गया है। कानपुर बैराज से रविवार सुबह लगभग साढ़े सात हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे पहले लगभग पांच हजार क्यूसेक बैराज से छोड़ा जा रहा था। सिंचाई विभाग (बाढ़ प्रखंड) के इंजीनयिरों का कहना है कि मंगलवार दोपहर तक बैराज का पानी पहुंचने की संभावना है।