साल 2016 में 5 ग्रहण, भारत में दिखेंगे केवल 2, 9 मार्च को होगा पूर्ण सूर्यग्रहण
भारतीय संदर्भ में की गई ज्योतिषीय कालगणना के अनुसार, वर्ष 2016 में सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के योग लोगों को ग्रहण की पांच रोमांचक घटनाओं से रूबरू कराएंगी। भारत में इनमें से केवल दो ही ग्रहण दृश्यमान होंगे।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस साल ग्रहणों का सिलसिला नौ मार्च को पड़ने वाले पूर्ण सूर्यग्रहण से शुरू होगा। साल 2016 का यह पहला ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर के हिस्सों में आंशिक तौर ही पर दिखायी देगा।
ज्योतिषीयों के अनुसार, दूसरा ग्रहण एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है, जो 23 मार्च को लगेगा। लेकिइ इस ग्रहण को देश में देखा नहीं जा सकेगा। गौरतलब है कि उपच्छाया चंद्रग्रहण तब लगता है, जब चंद्रमा पेनुम्ब्रा (ग्रहण के वक्त धरती की परछाई का हल्का भाग) से होकर गुजरता है। इस समय चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी आंशिक तौर पर कटी हुई प्रतीत होती है और चंद्रमा पर पड़ने वाली ग्रहण धुंधली परछाई के रूप में दिखती है।
अगस्त और सितंबर में लगेंगे तीन ग्रहण
इस साल 18 अगस्त को इस साल का दूसरा उपच्छाया चंद्रग्रहण लगने के योग हैं। यह ग्रहण भी भारत में दृष्टिगोचर नहीं होगा। ज्योतिषियों के अनुसार इसी साल एक सितंबर को लगने वाले वलयाकार सूर्यग्रहण को भी देश में देखा नहीं जा सकेगा।
इस साल 16 सितंबर को तीसरा चंद्रग्रहण लगेगा। यह भी एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है। यह देश में दिखायी देगा। यह इस साल का अंतिक ग्रहण होगा। वर्ष 2015 ग्रहण की कुल चार खगोलीय घटनाएं हुई थीं, जिनमें दो पूर्ण चंद्रग्रहण, एक पूर्ण सूर्यग्रहण और एक आंशिक सूर्यग्रहण था।