जबलपुर के ग्वारीघाट में हर्षोल्लास के साथ मना नर्मदा जन्मोत्सव
रिपोर्ट: निशा डेविड उपासना डेस्क, जबलपुर: मध्य प्रदेश जबलपुर ग्वारीघाट में नर्मदा घाट पर शनिवार 1/2/2020 बहुत ही उलास के साथ नर्मदा जन्मोत्सव मनाया गया, जिसकी तैयारियां पहले से ही भक्तों द्वारा कि जाती रही है। यहां 21 फीट लंबी मगरमच्छ, जो माँ नर्मदा की सवारी है, रेत से बनाया गया था, जो आकर्षण का केंद्र रहा। नर्मदा जयंती की पूर्व संध्या शुक्रवार शाम को सैकड़ों की संख्या में श्रद्घालुओं ने दीपदान किए। शुक्रवार रात को सड़क घाट पर एक शाम मां रेवा के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया।
शनिवार सुबह 8 बजे से नर्मदा मंदिर आश्रम में 5 क्विटल दूध से मां नर्मदा का अभिषेक किया गया। दोपहर 12ः00 बजे महाआरती का आयोजन हुआ। 501 मीटर की चुनरी मां नर्मदा को चढ़ाई गई। नर्मदा जयंती उत्सव परनर्मदा मंदिर में 5 क्विंटल दूध से अभिषेक किया तदुपरांत भंडारे का आयोजन भी किया गया जयंती में छप्पन प्रकार व्यंजन का मां रेवा को भोग लगाया गया। हर तरह “हर हर नर्मदे” का जयघोष सुनाई पड़ रहा था।
धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो हमारे वैदिक काल में सात नदियों का समूह है जिसमें नर्मदा नदी शामिल है। कहते है तप में बैठे भगवान शिव के पसीने से नर्मदा प्रकट हुई थी नर्मदा नदी को पुराणों में रेवा भी कहा गया है। आदि अनादि काल से मां की महिमा चली आ रही है यहां के भक्त जनों का मनना है कि माँ सबकी मोकामना पूरी करती है।