अब्दुल हफीज, माघ मेले में करते है संतो की सेवा
संगम की रेत पर हर साल लगनें वाले माघ मेले में जहां हिन्दु धर्म से जुड़े संत महात्माओ और श्रद्धालूओ का जमावड़ा होता है। वही अब्दुल हफीज कौमी एकता की मिसाल कायम कर रहे है, अब्दुल हफीज बीतें 49 सालो से मां गंगा की सेवा तो कर ही रहे है साथ ही संत महात्माओं के साथ आने वाले श्रद्धालूओ का खास ख्याल रखते है।
संत महात्मा से इनका इतना लगाव है कि संतो के शिविरो में जा उनका आशीर्वाद लेना नही भूलते है।यही वजह है कि संत भी मेले में आने पर इनसे मिलने की चाहत रखते है।अदुब्ल हफीज की मेले में दिनचर्या कुछ अलग है वह अपने शिविर में पांच वक्त की नमाज पढ़ते है और नित्य गंगा स्नान कर गंगा की पूजा भी करते है।गंगा और यमुनी तहजीब की मिसाल पेश करती है।
अब्दुल हफीज है जो पिछले 49 सालो से मेला क्षेत्र में आने वाले संत महात्माओ और श्रद्धालूओ की सेवा कर रहे है।स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ सुपरवाइजर के पद पर रहते हुए इन्होने ने मेले मे लोगो की खूब सेवा की इनकी सेवा भाव को देखते हुए उन्हे दर्जनो पुरस्कार से भी सम्मानित किए जा चुकें है,72 साल की अवस्था में भी ये नित्य पांच वक्त की नमाज और गंगा स्नान करना नही छोड़ते है।
स्वास्थ्य विभाग से अब्दुल हफीज 2006 में सेवा निवृत्त हो चुके है,लेकिन इसके वाबजूद भी विभाग इनके कार्य निष्ठा को देखते हुए इन्हे हर साल माघ के मेले मे डयूटी के लिए बुलाया जाता है, जहां वो पूरी निष्ठा और इमानदारी के साथ स्वास्थ्य विभाग से मिले कार्य को करते है।