शारदीय नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 22 सितंबर की रात 1:23 बजे से हो रहा है। इसी दिन कलश स्थापना की जाएगी। इस बार चतुर्थी तिथि की वृद्धि होने से नवरात्रि पारंपरिक 9 नहीं, बल्कि 10 दिनों की होगी।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
- सुबह: 6:09 बजे से 8:06 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: 11:49 बजे से 12:38 बजे तक
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस वर्ष मां दुर्गा गज (हाथी) पर सवार होकर आ रही हैं, जो सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
🌺 मां दुर्गा का आगमन हाथी पर
धार्मिक मान्यता है कि जब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं तो यह वर्ष भर उन्नति, धन-धान्य और सौभाग्य का संचार करती हैं। खेत-खलिहान समृद्ध रहते हैं और अच्छी वर्षा होती है।
10 दिनों का पूजन-अर्चन कार्यक्रम
इस बार नवरात्रि में प्रत्येक दिन मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाएगी।
तिथि | वार | देवी स्वरूप |
---|---|---|
22 सितंबर | सोमवार | मां शैलपुत्री |
23 सितंबर | मंगलवार | मां ब्रह्मचारिणी |
24 सितंबर | बुधवार | मां चंद्रघंटा |
25 सितंबर | गुरुवार | मां कूष्माण्डा |
26 सितंबर | शुक्रवार | मां स्कंदमाता |
27 सितंबर | शनिवार | मां कात्यायनी |
28 सितंबर | रविवार | मां कालरात्रि |
29 सितंबर | सोमवार | मां महागौरी |
30 सितंबर | मंगलवार | मां सिद्धिदात्री |
विशेष फलदायी नवरात्रि
धर्माचार्यों का कहना है कि इस बार का नवरात्रि पर्व अत्यंत फलदायी और शुभकारी होगा। गज वाहन पर मां का आगमन इस पूरे वर्ष समाज में सुख-समृद्धि और शांति का संचार करेगा।