मौनी अमावस्या यानी आस्था का पर्व

माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। वर्ष 2016 में 8 फरवरी (सोमवार) को मौनी अमावस्या है। इसी दिन सोमवती अमावस्या भी है। ज्योतिष के अनुसार, विभिन्न योगों का निर्माण होने से यह विशेष दिन है। इस दिन किए गए दान-पुण्य, पूजन, स्नान आदि शीघ्र फलदायी होते हैं।

इस अमावस्या का संबंध मौन से है, इसलिए इसे मौनी अमावस्या कहा जाता है। मौन भी एक तप है। हमारी संस्कृति में मौन को बहुत प्रधानता दी गई है। शास्त्रों में उस व्यक्ति को मुनि कहा गया है जो मौन रहकर सत्कार्य करे। इसलिए ऋषियों ने मौन का महत्व जानने के लिए एक दिन (मौनी अमावस्या) उसके लिए निश्चित कर दिया।

यूं तो प्रत्येक अमावस्या पितृदेवों को नमन करने के लिए होती है। मौनी अमावस्या के दिन प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान आदि कर अपने पितृदेवों को प्रणाम करें। इस दिन अपने इष्टदेव की पूजा-अर्चना करें। साथ ही मौन व्रत लें।

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