मिशन शक्ति अभियान 5.0: अलोपशंकरी देवी शक्तिपीठ में नारी उत्थान एवं महिला सशक्तिकरण अभिलेख प्रदर्शनी

मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत प्रयागराज स्थित अलोपशंकरी देवी शक्तिपीठ में महिला सशक्तिकरण और नारी उत्थान विषयक अभिलेख प्रदर्शनी आयोजित हुई। इसमें बाल विवाह रोकथाम, महिला शिक्षा और अधिकारों से जुड़े 18वीं से 20वीं सदी तक के महत्वपूर्ण दस्तावेज प्रदर्शित किए गए।

प्रयागराज में मिशन शक्ति का विशेष आयोजन

प्रयागराज में मिशन शक्ति अभियान 5.0 के अंतर्गत शुक्रवार को अलोपशंकरी देवी शक्तिपीठ में महिला सशक्तिकरण और नारी उत्थान विषयक अभिलेख प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का संचालन क्षेत्रीय अभिलेखागार (संस्कृति विभाग), प्रयागराज द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा प्रयागराज महानगर उपाध्यक्ष मनोज कुशवाहा ने किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने महिला सशक्तिकरण के महत्व पर अपने विचार साझा किए। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि श्री दयानंद चौहान ने महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।


प्रदर्शनी में रखे गए ऐतिहासिक अभिलेख

इस विशेष अभिलेख प्रदर्शनी में 18वीं सदी से लेकर 20वीं सदी तक के कई दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए। इनमें महिलाओं के अधिकार, शिक्षा और सामाजिक सुधारों से जुड़े ऐतिहासिक पहलुओं को दर्शाया गया। प्रमुख अभिलेख इस प्रकार रहे:

  • कन्या शिशु वध प्रथा रोकने हेतु अंग्रेज सरकार द्वारा बनाए गए नियम (1739–1870)
  • बाल हत्या निषेध कानून और इसके बाद अवयस्क जनसंख्या में दर्ज वृद्धि का विवरण (1886)
  • राजपूत समाज में विवाह व्यय नियंत्रण प्रस्ताव (1864)
  • संयुक्त प्रांत में शिक्षा की स्थिति और शिक्षा आयोग की संस्तुति (1884)
  • महिला शिक्षा विकास समिति गठन (1904)
  • महिलाओं को वकालत का अधिकार (1922)
  • सर सुन्दरलाल द्वारा महिला शिक्षा पर प्रस्ताव
  • सिलाई शिक्षा में सुधार प्रस्ताव (1927)
  • लड़कियों के लिए अंग्रेजी शिक्षा हेतु सरकारी स्कूल खोलने का प्रस्ताव (1927)
  • शारदा एक्ट (1936)
  • बाल विवाह संशोधन एक्ट (1938)

ये सभी अभिलेख न केवल महिला अधिकारों की ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि समय के साथ समाज और सरकार ने महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए किस प्रकार ठोस कदम उठाए।


कार्यक्रम में गणमान्यजनों की उपस्थिति

इस अवसर पर डॉ. प्रियांशु, नमन श्रीवास्तव समेत कई गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन श्री राकेश कुमार वर्मा ने किया, जबकि अतिथियों का स्वागत श्री गुलाम सरवर (पाण्डुलिपि अधिकारी) द्वारा किया गया।


महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रेरक कदम

यह प्रदर्शनी मिशन शक्ति अभियान की उस मूल भावना को मजबूत करती है, जिसके तहत महिलाओं को शिक्षा, अधिकार और आत्मनिर्भरता की दिशा में जागरूक किया जा रहा है। ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रस्तुति ने दर्शकों को यह समझने का अवसर दिया कि सामाजिक सुधारों के लंबे संघर्ष ने आज महिलाओं को समान अधिकार दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया है।


इस तरह, प्रयागराज में आयोजित यह अभिलेख प्रदर्शनी महिला सशक्तिकरण और नारी उत्थान के ऐतिहासिक महत्व को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का सार्थक प्रयास साबित हुई।