प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष लंगर सेवा शुरू की जा रही है। विश्व हिंदू परिषद के विदर्भ प्रांत द्वारा संचालित यह सेवा, महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों और साधु-संतों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराएगी।
मुख्य विशेषताएं:
- व्यापक पैमाने पर सेवा: रोजाना लगभग 15,000 श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
- साधु-संतों के लिए विशेष व्यवस्था: साधु-संतों को विशेष सम्मान के साथ चौरंग और पाटे पर बैठाकर भोजन परोसा जाएगा।
- लगातार सेवा: यह लंगर सेवा रोजाना सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी।
- निवास की सुविधा: वीएचपी द्वारा साधु-संतों के लिए निवास की व्यवस्था भी की गई है।
- अयोध्या का अनुभव: विदर्भ प्रांत ने 2023 में अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भी इसी तरह की लंगर सेवा संचालित की थी, जिसमें लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं को भोजन कराया गया था।
उद्देश्य:
- धार्मिक कर्तव्य: श्रद्धालुओं को उनके धार्मिक कर्तव्यों में सहयोग करना।
- मानवीय सेवा: दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की भूख मिटाना।
आपकी भूमिका:
विश्व हिंदू परिषद ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पुण्य के अवसर पर अनाज और अन्य भोजन सामग्री दान करें।
महाकुंभ का महत्व:
महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है जो 12 साल में एक बार होता है। इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
यह लंगर सेवा महाकुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए एक वरदान साबित होगी।