प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा महाकुंभ को निशाना बनाने की धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर पीलीभीत में तीन खालिस्तानी आतंकवादियों के एनकाउंटर का बदला लेने की धमकी दी थी और महाकुंभ को “हिंदुओं का आखिरी महाकुंभ” बनाने की धमकी दी थी।
सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है। इसमें ड्रोन के माध्यम से निगरानी, फेस रिकग्निशन कैमरे, साइबर सुरक्षा, एनएसजी और एटीएस की विशेष टीमें, जल, थल और वायु मार्ग से सुरक्षा आदि शामिल हैं। विदेशी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उनके देशों के दूतावासों के साथ भी समन्वय किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं को सुरक्षा का आश्वासन
उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर भी है। इसे सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
डिजिटल टिकटिंग और भीड़ प्रबंधन
महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन के लिए डिजिटल टिकटिंग और ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग किया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को सुविधा होगी और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्य बिंदु:
- खालिस्तानी धमकी के बाद महाकुंभ 2025 की सुरक्षा कड़ी
- सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू
- श्रद्धालुओं को सुरक्षा का आश्वासन
- डिजिटल टिकटिंग और भीड़ प्रबंधन