उत्तराखंड: ऐतिहासिक मां नन्दा देवी मेले की व्यवस्थाओं पर हुई बैठक

28 अगस्त से विधिवत प्रारंभ होने जा रहे अल्मोड़ा के ऐतिहासिक मां नन्दा देवी मेले की व्यवस्थाओं के संदर्भ में नन्दा देवी परिसर के गीता भवन हॉल में जिला प्रशासन, पुलिस, और मां नन्दा देवी मेला  समिति के आयोजकों व पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में विद्युत विभाग, जल संस्थान, दूरसंचार, अग्निशमन विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।

बैठक में मां नन्दा देवी मेला-2025 को शांतपूर्ण सम्पन्न कराने पर व्यापक चर्चा की गई। बैठक में मेला समिति के आयोजकों ने मेले के दौरान नगर की यातायात व्यवस्था, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस विभाग से विशेष आग्रह किया और सुझाव दिए,मेले के आयोजकों ने नगर में लोगों के सुरक्षा के दृष्टिगत सीसी टीवी कैमरे लगाने का भी आग्रह किया। बैठक के पश्चात मां नन्दा देवी मेला क्षेत्र का पुलिस और प्रशासन, तथा मेला समिति के आयोजकों पदाधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण भी किया। उपजिलाधिकारी संजय कुमार ने मेले को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए नन्दा देवी मेला आयोजकों को आश्वासन दिया।

 उप जिलाधिकारी अल्मोड़ा संजय कुमार ने कहा कि जिलाधिकारी अल्मोड़ा द्वारा मां नन्दा देवी मेले को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं, इसी क्रम में आज मेला समिति और पुलिस विभाग के साथ संयुक्त बैठक की गई। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इस पर मिलकर व्यवस्था की जाएगी।

थानाध्यक्ष अल्मोड़ा योगेश उपाध्याय ने बताया कि मां नन्दा देवी मेला 28 अगस्त से शुरू हो रहा है, मेले की व्यवस्था को लेकर बैठक हुई। उन्होंने कहा कि मेला प्रारंभ होने से दो चार दिन पहले लोगों का आवागमन ओर भीड़ लगनी शुरू हो जाएगी, मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी,किसी को परेशानी नहीं होगी।

मां नन्दा देवी मेला समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन के साथ बैठक हुई। मेले के दौरान विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि मां नन्दा देवी मेला 28 अगस्त से विधिवत प्रारंभ होगा और 3 सितंबर को मां की भव्य डोला यात्रा के साथ सम्पन्न होगा। अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि इस बार मेले को भव्य बनाने के लिए मेला क्षेत्र का विस्तार किया गया है, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों से कलाकारों और गायकों को पुराने वाद्ययंत्रों के साथ आमंत्रित किया गया है।