रावण की जन्म स्थली बिसरख में रावण का मंदिर बनकर तैयार, 11 अगस्त को मूर्ति स्थापना

ऋषि विश्रवा की तपोस्थली और महात्मा रावण की जन्मस्थली बिसरख धाम सेक्टर,1 ग्रेटर नोएडा एक्स, गौतम बुद्ध नगर में स्थित है 11 अगस्त 2016 दिन गुरुवार में प्रातः 11 बजे भारत में पहली बार महात्मा रावण की जन्म स्थली पर भव्य श्री मोहन मंदिर योगाश्रम एवम् महात्मा रावण मंदिर की स्थापना और मूर्ति स्थापना का आयोजन किया जा रहा है ,दिल्ली से सटा जिला  गौतम बुद्ध नगर (NCR) एक विशेष विरासत को अपने आँचल में समेटे हुए है। गौतम बुद्ध नगर का बिसरख गाँव ऋषि विश्रवा की तपोस्थली है रावण की जन्म स्थली है और शिव नगरी होने के कारण अब यह गांव एक पवित्र धाम के रूप में जाना जाता है।

वेद  पुराणों के अनुसार ऋषि विश्रवा जो की महात्मा रावण के पिता थे,उनके नाम पर ही इस गाँव का नाम बिसरख पड़ा जो अब बिसरख धाम से जाना जाता है, उनकी इस तपोस्थली को शिव नगरी भी कहा जाता है, बिसरख धाम में महात्मा रावण द्वारा स्थापित अष्टभुजी शिवलिग विराजित है , जो की विश्व में ऐसा शिवलिंग और दूसरा कही भी नही है। महात्मा रावण ने यही से अपनी तपस्या प्रारम्भ की इसी कारण शिव भक्त रावण महाविद्वान के रूप में संसार में जाने जाते है। यहाँ का एक सत्य यह भी है जो भक्त सच्चे मन से यहाँ पूजा साधना करते है उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है। हर वर्ष सावन मास में शिवरात्रि पर कांवड़ मेला लगता है, समस्त भारत के कोने कोने से आकर कांवड़िए गंगा जल से शिव अभिषेक करते है ।

गीता प्रेस की पुस्तक तीर्थंक में भी बिसरख धाम तीर्थनगरी का वर्णन है, बिसरख धाम प्राचीन तीर्थनगरी एवम् धार्मिक स्थल है , महात्मा रावण बाल्यकाल से ही शिव भक्त थे, उन्होंने शिव की घोर उपासना की और शिव मंत्रावली भी स्वयम् लिखी। आज भी शिव का पूजन और उपासना महात्मा रावण की मंत्रावली के बिना पूर्ण नही होती जिसमे शिव तांडव स्त्रोत मुख्य है , और रुद्राभिषेक के समस्त मन्त्र भी महात्मा रावण द्वारा ही रचित है , भविष्य को जानने हेतु और सामाजिक, आध्यात्मिक, और राजनैतिक ज्ञान हेतु महात्मा रावण ने , रावण संहिता का निर्माण किया जोकि आज भी हमारा उचित मार्ग दर्शन करती है । यहां यह भी मान्यता है कि अगर कोई रोगी किसी भी रोग से पीड़ित है तो बिसरख धाम की सीमा में आते ही रोगी का रोग सही होने लगता है, और खुद को कष्ट मुक्त पाता है। बिसरख धाम प्राचीन समय से हरनंदी नदी के तट पर एक ऊँचे स्थान पर  बसा हुआ है,वर्तमान समय में नदी का विस्तार कम होने के कारण नदी लगभग तीन  किलोमीटर दूर है। अब यह धाम गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ,1 में आता है ,

मूर्ति स्थापना श्रंखला
श्री गणेश मंदिर, श्री शिव मंदिर, श्री राम मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, माँ दुर्गा मंदिर, मोहन बाबा मंदिर, श्री हनुमान् मंदिर, श्री शनि मंदिर आदि आदि मंदिरों की स्थापना की जायेगी, श्री मोहन योग मंदिर ट्रस्ट एवम् महात्मा रावण मंदिर की स्थापना और मूर्ति स्थापना, बिसरख धाम के निवासी शिव उपासक आचार्य श्री अशोकानंद  जी महाराज , द्वारा कराई जा रही है संस्थापक/अध्यक्ष , श्री मोहन मंदिर योग आश्रम ट्रस्ट एवम् महात्मा रावण मंदिर ट्रस्ट की स्थापना की जा रही है।

उन्होंने बताया कार्यक्रम में पूरे देश से धार्मिक, सामाजिक व राजनैतिक लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि पूज्य स्वामी चक्रपाणि जी महाराज, राष्ट्रिय अध्यक्ष- अखिल भारत हिन्दू महासभा होंगे, विशिष्ठ अतिथि महंत आदित्य कृष्ण गिरी जी महाराज राष्ट्रीय अध्यक्ष- अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू सेना होंगे।

Comments

comments

error: Content is protected !!
Open chat
Hi, Welcome to Upasana TV
Hi, May I help You