रांची स्थित योगदा आश्रम में योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से पांच दिवसीय युवा साधक संगम का आयोजन किया गया है। इस संगम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए दो सौ से अधिक युवा साधक भाग ले रहे हैं।
ब्रह्मचारी सौम्यानंदा जी ने बताया कि यह आयोजन युवाओं में संतुलित और आध्यात्मिक जीवन के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास है। संगम के दौरान साधकों को योग, ध्यान, आध्यात्मिक ज्ञान के साथ-साथ स्वस्थ और अनुशासित जीवनशैली अपनाने की शिक्षा दी जा रही है। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक संतुलन के लिए मनोरंजक गतिविधियाँ भी शामिल की गई हैं।
उन्होंने कहा, “मनुष्य प्रायः शारीरिक स्वास्थ्य की चिंता करता है, लेकिन मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की अनदेखी करता है। साधक संगम के जरिए युवाओं को आंतरिक शांति और जीवन जीने की सही दिशा बताई जा रही है।”
संगम में भाग लेने वाले युवाओं ने भी इसे जीवन बदलने वाला अनुभव बताया। उनका कहना है कि भागदौड़ भरी जिंदगी से थोड़े समय के लिए दूर रहकर साधना करने से ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास का विकास होता है। साथ ही यह साधना जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने में मददगार साबित होती है।
अंत में, पहली बार आयोजित यह युवा साधक संगम युवाओं के लिए सफल और सकारात्मक जीवन की कूंजी बन रहा है। यह न केवल उन्हें चिंताओं से मुक्ति दिला रहा है, बल्कि जीवन की समस्याओं का समाधान खोजने का मार्ग भी प्रशस्त कर रहा है।