रामनगरी अयोध्या इस वर्ष एक बार फिर दीपोत्सव के भव्य आयोजन के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 19 अक्टूबर की शाम होने वाले इस उत्सव में 26.11 लाख दीप प्रज्ज्वलन कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए कुल 28 लाख दीयों को राम की पैड़ी और आसपास के घाटों पर सजाने की योजना बनाई गई है।
इस आयोजन में लगभग 32 हजार स्वयंसेवक (वॉलंटियर्स) शामिल होंगे, जो दीयों को सजाने और जलाने की जिम्मेदारी निभाएंगे। इन स्वयंसेवकों में विश्वविद्यालयों, सामाजिक संगठनों और एनजीओ से जुड़े लोग भी शामिल होंगे। आयोजन समिति का कहना है कि हर दीप प्रज्ज्वलित होना चाहिए, ताकि रिकॉर्ड के साथ-साथ श्रद्धा और आस्था का संदेश भी पूरी दुनिया तक पहुंचे।
दीपोत्सव केवल दीयों की रोशनी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस बार दर्शकों को अद्भुत लेजर लाइट शो और पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन आतिशबाजी भी देखने को मिलेगी। इन कार्यक्रमों से अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को और अधिक प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और ‘संपूर्ण विश्व के लिए संदेश’ भी है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन से अयोध्या की पहचान एक वैश्विक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में और मजबूत होगी।
पिछले वर्षों में अयोध्या ने दीपोत्सव के माध्यम से कई रिकॉर्ड बनाए हैं और इस बार 26.11 लाख दीयों के साथ एक नया इतिहास रचने की तैयारी है। जगमगाते दीपों से सरयू घाट से लेकर राम की पैड़ी तक का दृश्य भक्तों और पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।




