पीएम मोदी ने किया दुनिया की सबसे बड़ी गीता का विमोचन, 12 फीट लंबी, 9 फीट चौड़ी और 800 किलो की है यह गीता
उपासना डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के स्थित इस्कॉन मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी श्रीमद्भागवत गीता का विमोचन किया। खास बात यह है की यह धार्मिक पुस्तक 12 फीट लंबी, 9 फीट चौड़ी, और 800 किलो की है। इसको बनाने में ढाई साल का समय लगा। इसे इटली में तैयार किया गया, सुमद्र के रास्ते एक महीने में भारत लाई गई।
इस्कॉन मंदिर में प्रधानमंत्री ने श्रीमद्भागवत गीता की आरती उतारी और फिर पन्ने पलटकर विमोचन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और मंदिर में मौजूद लोगों को संबोधित किया। बता दें कि विश्व की सबसे बड़ी का वजन 800 किलोग्राम है।
प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। आज सुबह ही मैंने गांधी शांति पुरस्कार में हिस्सा लिया और मुझे गीता के भव्यतम रूप का अनावरण करने का मौका मिला। इसके लिे आप सभी बधाई के पात्र हैं क्योंकि इससे और अधिक लोगों तक भगवान कृष्ण का दिव्यज्ञान पहुंचेगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा, लोकमान्य तिलक ने जेल में रहकर भी गीता लिखी थी। तिलक ने लिखा था कि इसके संदेश का प्रभाव सिर्फ दार्शनिक या विद्वान लोगों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गीता की एक प्रति मैंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी दी थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हर घर में तो किसी न किसी रूप में गीता विराजमान है ही, साथ ही यह दुनिया में भी कई रूप में मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जिस प्रकार गांधी जी को गीता और सत्याग्रह प्रिय रहे वैसे ही स्वामी जी के लिए भी गीता प्रिय रही है और मानव मुक्ति का साधन बनी है।