शारदीय नवरात्रि का पहला दिन : भक्तों ने माँ शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की शुरुआत

शारदीय नवरात्रि का पहला दिन भक्तिमय माहौल में मनाया गया। श्रद्धालुओं ने माँ शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की और उत्तर प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों व मंदिरों में विशेष सजावट व सुरक्षा इंतज़ाम किए गए।

शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व आज से पूरे देशभर में धूमधाम के साथ शुरू हो गया। नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं ने माँ दुर्गा के प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिरों और शक्तिपीठों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उत्तर प्रदेश के प्रमुख देवी स्थलों, शक्तिपीठों और मंदिरों में भक्तिमय माहौल देखने को मिला।

माँ शैलपुत्री की उपासना

नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व है। माता पार्वती का यह स्वरूप हिमालय की पुत्री और सभी देवताओं की अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। भक्तजन आज के दिन घी का दीपक जलाकर, विशेष पूजा विधि से माँ की आराधना करते हैं।

मंदिरों में विशेष सजावट और व्यवस्थाएँ

लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर और बलरामपुर समेत उत्तर प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में नवरात्रि के लिए खास सजावट की गई है।

  • माँ विन्ध्याचल धाम में रंगीन लाइटों, फूलों और चुनरियों से दरबार को भव्य रूप दिया गया।
  • बलरामपुर के देवीपाटन मंदिर में नवरात्रि मेले के लिए सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।
  • राजधानी लखनऊ के कालीबाड़ी और दुर्गा मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु दर्शन के लिए कतारों में नजर आए।

भक्तों के लिए परिवहन व सुरक्षा व्यवस्था

भक्तों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन और परिवहन विभाग ने विशेष इंतज़ाम किए हैं।

  • विन्ध्याचल धाम के लिए अतिरिक्त ट्रेनों और बसों की व्यवस्था की गई है।
  • सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बलों की तैनाती से मंदिर परिसर सुरक्षित बनाए गए हैं।
  • स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख स्थलों पर चिकित्सा शिविर भी लगाए हैं।

भक्ति और आस्था का उत्सव

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन से ही घर-घर में कलश स्थापना और घटस्थापना की परंपरा निभाई गई। लोग उपवास रखकर माँ दुर्गा की आराधना कर रहे हैं। नौ दिनों तक चलने वाला यह पर्व शक्ति, साधना और भक्ति का प्रतीक माना जाता है।