उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्या ने महिला जनसुनवाई में सुनी पीड़ित महिलाओं की समस्याएं

प्रयागराज में उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्या गीता विश्वकर्मा ने महिला जनसुनवाई की। 15 प्रकरणों पर सुनवाई हुई। अधिकारियों को 15 दिन में आख्या प्रस्तुत करने और समयबद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

मिशन शक्ति-5.0 अभियान के अंतर्गत सर्किट हाउस में उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती गीता विश्वकर्मा द्वारा महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस जनसुनवाई में कुल 15 प्रकरण प्रस्तुत हुए, जिनमें घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, अवैध कब्जे तथा अन्य गंभीर मामलों की शिकायतें शामिल थीं। इनमें से 02 प्रकरण जनपद कौशाम्बी से संबंधित पाए गए, जिन्हें आगे की कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों को भेजा गया।

15 दिनों में जवाब/आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश

सदस्या ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी प्राप्त प्रकरणों पर की गई कार्रवाई की आख्या 15 दिनों के भीतर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने महिला आयोग को भेजे गए शिकायती पत्रों का समय से जवाब न मिलने पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी।

प्रमुख शिकायतें और कार्रवाई

  • स्वास्थ्य लापरवाही का मामला:
    पनासा पिंपराव निवासी प्रकाश चन्द्र ने शिकायत की कि उनकी मां धनादेवी की मृत्यु इलाज के दौरान कृष्णा हॉस्पिटल में हुई। इस मामले में अस्पताल की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल सील करने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई। सदस्या ने मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
  • भूमि विवाद व अवैध कब्जा:
    ओल्ड बैरहना निवासी सचिन केसरवानी ने अपने प्लॉट पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करने और धमकी देने की शिकायत की। सदस्या ने संबंधित अधिकारियों को एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने और 15 दिन में आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
  • षड्यंत्रपूर्वक मौत का मामला:
    शिवकुटी निवासी दीपमाला ने आरोप लगाया कि उनके पति नागेन्द्र सिंह की साजिश के तहत गाड़ी से कुचलकर हत्या की गई और उसे एक्सीडेंट बताया गया। इस पर सदस्या ने एसीपी महिला प्रकोष्ठ को आवश्यक कार्रवाई कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा।
  • घरेलू हिंसा का मामला:
    हनुमानगंज निवासी पूजा मोदनवाल ने अपने व बच्चों के साथ प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई। सदस्या ने एसीपी महिला प्रकोष्ठ को न्यायोचित कार्यवाही कर 15 दिनों में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही करने पर जोर

श्रीमती गीता विश्वकर्मा ने अधिकारियों से कहा कि यदि कोई महिला थाने या चौकी में शिकायत लेकर आती है तो उसकी समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता और गंभीरता से सुना जाए। शिकायतों को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए और पीड़िताओं को समयबद्ध न्याय मिले।

उन्होंने यह भी कहा कि चौकी व थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे हर समय क्रियाशील रहें, ताकि जांच और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।

आयोग की प्रतिबद्धता

सदस्या ने कहा— “हमारा पूरा प्रयास रहता है कि किसी का घर न टूटे और बहन-बेटियां न्याय के लिए भटकें नहीं। आयोग पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

जनसुनवाई के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी युवराज सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।