श्री सूर्य चालीसा

दोहा कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अड्ग । पद्मासन स्थित ध्याइये, शंख चक्र के सड्ग ॥ चौपाई जय सविता जय जयति दिवाकर । सहस्त्रांशु […]

|| श्री खाटू श्याम चालीसा ||

दोहा श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द। श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।। चौपाई श्याम श्याम भजि बारम्बारा, सहज ही हो भवसागर पारा। […]