Janmashtami 2025: मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: भव्य उत्सव की तैयारियां ज़ोरों पर

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में जन्माष्टमी के पावन पर्व को लेकर तैयारियां पूरे ज़ोरों पर हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संस्थान के सचिव, कपिल शर्मा ने बताया कि इस साल जन्मोत्सव हर साल से भी ज़्यादा भव्य रूप से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर के गर्भगृह को 225 किलो से ज़्यादा चांदी से सजाया गया है।

इस वर्ष का जन्मोत्सव होगा और भी खास
कपिल शर्मा ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का यह 5252वां जन्मोत्सव है, जिसे भौतिक भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “इस वर्ष लगभग 225 किलो चांदी का उपयोग करते हुए भगवान श्रीकृष्ण के गर्भ को एक सुंदर स्वरूप प्रदान किया गया है।” इस विशेष तैयारी से भक्तों के लिए यह उत्सव और भी यादगार बन जाएगा।

भक्तों के लिए विशेष इंतज़ाम
जन्मोत्सव के दौरान लाखों की संख्या में भक्त मथुरा आते हैं। उनकी सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। शर्मा ने बताया कि भक्तों के लिए उत्सव को सुंदर, सुचारू और सुलभ बनाने के लिए सभी आवश्यक उपाय पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर सुनिश्चित किए जा रहे हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं ताकि किसी भी भक्त को कोई परेशानी न हो।

मथुरा की रौनक और उत्साह
जन्माष्टमी से पहले ही मथुरा की गलियों में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। पूरा शहर रोशनी से जगमगा उठता है और भजन-कीर्तन की मधुर ध्वनि हर कोने में गूंजती है। इस साल भी, जन्मोत्सव को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है। दूर-दूर से लोग इस दिव्य उत्सव में शामिल होने के लिए मथुरा पहुँच रहे हैं।

यह उत्सव न सिर्फ़ मथुरा के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। श्रीकृष्ण के जन्म का यह पर्व हमें प्रेम, सद्भाव और धर्म की शिक्षा देता है। इस साल के भव्य आयोजन से मथुरा की पहचान और भी सशक्त होगी और यह दुनियाभर के भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन जाएगा।

इन तैयारियों को देखकर यह साफ़ है कि इस साल का जन्मोत्सव एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जो भक्तों के दिलों में हमेशा के लिए एक अमिट छाप छोड़ जाएगा। मथुरा की पावन भूमि पर श्रीकृष्ण के जन्म का साक्षी बनना अपने आप में एक बहुत ही अद्भुत अनुभव होगा।