उपासना डेस्क, नॉएडा: मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थस्थल ओंकारेश्वर में, सावन के अंतिम सोमवार को भक्तों का तांता लगा हुआ है। पूरे देश से आए हजारों श्रद्धालु भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन और पूजा के लिए सुबह से ही कतारों में लगे हैं। यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह सावन महीने का आखिरी सोमवार होता है।
इस पावन अवसर पर, नर्मदा नदी में स्नान करने के बाद, भक्त उसी पवित्र जल से भगवान ओंकारेश्वर का अभिषेक कर रहे हैं। वे भगवान को जल और बेलपत्र अर्पित कर अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। पूरे मंदिर परिसर में “ॐ नमः शिवाय” के जयकारे गूंज रहे हैं, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया है।
ओंकारेश्वर मंदिर, जो कि भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, अपनी महिमा के लिए जाना जाता है। इस दिन की पूजा का विशेष महत्व होता है। मंदिर में दिन भर पूजा-अर्चना के बाद, शाम को एक भव्य शाही सवारी निकाली जाएगी। इस शाही सवारी में भगवान ओंकार को नौका विहार भी कराया जाएगा, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यह नजारा भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। यह पूरा आयोजन भक्तों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है, जो हर साल लाखों लोगों को इस पवित्र स्थल की ओर खींचता है।