जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शुक्रवार को मेजा और कोरांव तहसील क्षेत्रों में विकास कार्यों का व्यापक औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा, जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकियों, गौ-आश्रय स्थल कपूरी, निर्माणाधीन आईटीआई पथरपाल–कोरांव तथा कपूरी–बेलहट सड़क का निरीक्षण किया।
निरीक्षण में स्वास्थ्य सेवाओं की अव्यवस्था, जलापूर्ति की धीमी प्रगति और सड़क निर्माण कार्यों की सुस्ती देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को समयबद्ध सुधार के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य केंद्र में मिली खामियां
- मेजा सीएचसी में साफ-सफाई, दवा वितरण, चिकित्सकीय मशीनों की उपलब्धता, डॉक्टरों और स्टाफ की उपस्थिति की जांच की गई।
- महिला प्रसव वार्ड, एम्बुलेंस सेवा और मरीजों की मूलभूत सुविधाओं में लापरवाही सामने आई।
- गंदगी और शौचालय की अनियमित सफाई पर प्रभारी चिकित्साधिकारी व खंड विकास अधिकारी को तत्काल सफाई अभियान चलाने और स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जल जीवन मिशन पर असंतोष
- पौसिया दुबे ग्राम की पूर्ण टंकी से पानी सप्लाई न शुरू होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई।
- पथरताल में टंकी निर्माण की धीमी प्रगति पर अधिशासी अभियंता को फटकार लगाई।
- लिकेज की समस्या दूर कर जल्द आपूर्ति शुरू करने के आदेश दिए।
- कपूरी जोन–4 में सुस्त कार्यशैली पाए जाने पर अधिकारियों को चेतावनी दी गई।
किसानों को जैविक खेती की प्रेरणा
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों को रासायनिक खाद पर निर्भरता कम करने और जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया।
सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा
- कपूरी–बेलहट सड़क निर्माण का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने मार्च 2026 तक गुणवत्तापूर्ण निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया।
- कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी।
इस औचक निरीक्षण में उपजिलाधिकारी मेजा व कोरांव, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।