शिक्षक दिवस 2025 : 81 गुरुजन राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित

राजधानी लखनऊ के लोकभवन सभागार में शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले 81 शिक्षकों को सम्मानित किया। इनमें बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षक शामिल रहे।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक समाज की सबसे बड़ी धरोहर हैं, जो विद्यार्थियों को केवल ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि जीवन जीने की दिशा भी दिखाते हैं। इस अवसर पर 2204 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को टैबलेट वितरित किये गये और प्रदेश के 1236 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का लोकार्पण भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने एससीईआरटी की बाल कहानी संग्रह ‘गुल्लक’, ‘बाल वाटिका’ हस्त पुस्तिका तथा शिक्षण नवाचारों पर आधारित ‘उद्गम’ का विमोचन किया। साथ ही ‘उद्गम’ के डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पुस्तकों के माध्यम से बच्चों में न केवल ज्ञान बल्कि नैतिक और मानवीय मूल्यों का भी विकास होगा।

समारोह में बेसिक शिक्षा विभाग से भदोही के संतोष कुमार सिंह, मेरठ की रेनू सिंह, प्रयागराज की डॉ. रीना मिश्रा, गोरखपुर के प्रमोद कुमार सिंह सहित कई शिक्षक सम्मानित हुए। वहीं माध्यमिक शिक्षा से हमीरपुर के प्रधानाचार्य रामप्रकाश गुप्त, गाजियाबाद की अध्यापिका कोमल त्यागी, गोरखपुर के विज्ञान शिक्षक डॉ. वीरेन्द्र कुमार पटेल समेत 15 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार मिला।

माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि “शिक्षक विद्यार्थी को विद्वान बनाता है और गुरु उसे महान बनाता है।” वहीं बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आधुनिक पद्धति से बच्चों को समान शिक्षा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

इस प्रकार, शिक्षक दिवस 2025 पर आयोजित यह भव्य समारोह न केवल शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करता है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में हो रहे सकारात्मक बदलावों का भी प्रतीक है।